लोग लड़ते हैं मिलने के खातिर, पर अपनी तो बिछड़ जाने की लड़ाई थी|
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love fight |
जीत मिली हम दोनों को बस, बस आंसुओं की कमाई थी!
तुम पंछी थे और मैं मछली!
हम दोनों की अलग ही दुनिया!
अलग जुबा और अलग जहां!
सब कहते थे हम दोनों का, इस दुनिया में मेल कहां!!
पर भूल नहीं पाऊंगी वो लम्हे, जब तुमने दिल की धड़कने सुनाई थी!
लोग लड़ते हैं मिलने के खातिर, पर अपनी तो बिछड़ जाने की लड़ाई थी........
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love fight 2 |
अपने प्यार को वो दे देना जिसकी उसको जरूरत है!!
हम दोनों थे कैद कहीं ,अपनी समझ की सलाखों में!
तुमने ऐसे रिहा किया, खुद आजादी शर्म आई थी!!
लोग लड़ते हैं मिलने की खातिर पर अपनी तो बिछड़ जाने की लड़ाई थी.......
मैं भेजूंगी पैगाम तुम्हें, इस बहती हुई हवा के जरिए!!
साथ रहेंगे सोच में दोनों, नाजुक नाजुक यादों में!
मैं कहूंगी मुझको एक मिला था पागल,
जिसने जिंदगी सिखाई थी!
चल बहुत हुआ अब चुप रहूंगी, चुप्पी में मजमून है ज्यादा,
तुम जैसा बनना कहूंगी सबको, बस इतना ही मेरा वादा!!
इससे ज्यादा कहूंगी कुछ तो, फूट पड़ेगी रुलाई भी!
लोग लड़ते हैं मिलने की खातिर, पर अपनी तो बिछड़ जाने की लड़ाई थी.......
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